क्या आप टैक्स बचाने के लिये निवेश की तलाश में हैं? ऐसे में, आपको निस्संदेह 'कर कटौती' और 'कर छूट' शब्द मिलेंगे। पहली नज़र में, वे काफी एक जैसे लगते हैं, है ना? लेकिन सच तो यह है कि वे एक-दूसरे से काफी अलग हैं। सामान्य बात यह है कि ये दोनों आयकर अधिनियम, 1961 के प्रावधानों पर आधारित हैं।
आइए, कर कटौती 1 और कर छूट 1 पर करीब से नज़र डालते हैं और देखते हैं कि इन दोनों की तुलना कैसे की जा सकती है।
कर कटौती बनाम कर छूट का अर्थ क्या है ?
कर कटौती
कर कटौती ऐसी ख़ास चीज़ है, जिसे आपकी आय से काटा जा सकता है। ये चीज़ें आम तौर पर कुछ निवेशों के लिए किए गए खर्च या भुगतान हैं।
कर में छूट
कर छूट ऐसी ख़ास चीज़ है, जिसे टैक्सेशन से बाहर रखा गया है। ये वस्तुएँ आम तौर पर भत्ते या आय के रूप में अर्जित अन्य रकम हैं।
कर कटौती बनाम कर छूट: ये कैसे काम करते हैं?
कर कटौती
जब आपकी आय से एक वांछित राशि काट ली जाती है, तो आपकी कुल कर योग्य आय कम हो जाती है। परिणामस्वरूप, आपको भुगतान की जाने वाली कर की राशि भी कम हो जाती है। कुल मिलाकर, जब आप कर कटौती का दावा करते हैं तो आप कम करों का लाभ उठाते हैं।
उदाहरण के लिए, मान लें कि आपने आयकर अधिनियम, 1961 के तहत 40,000 रुपये कर कटौती का क्लेम किया है। और मान लें कि आपकी कुल आय 4,30,000. रु है। कर कटौती का दावा करने के बाद, आपकी कुल कर कटौती योग्य राशि 3,90,000 रु. होगी।
कर में छूट
ये कुछ चीज़ें अनिवार्य रूप से कर-मुक्त हैं। तो, आपको ऐसी आय पर बिल्कुल भी टैक्स नहीं देना होगा। कुछ प्रकार की आय को आंशिक रूप से कर से छूट दी जा सकती है, जबकि अन्य को पूरी तरह से कर-मुक्त किया जा सकता है।
उदाहरण के लिए, मान लीजिए कि एक वित्तीय वर्ष के लिए आपकी कुल आय रु. 1,40,000 है और इसके अलावा, आपको किसी मद में 20,000 रुपये की आय होती है, जो कर-मुक्त है। ऐसे में, आपकी कुल कर योग्य आय केवल रु. 1,40,000 ( 1,60,000 रु. नहीं), क्योंकि वह अतिरिक्त 20,000 रुपये पर कर से छूट है।
कर कटौती बनाम कर छूट: कुछ उदाहरण
कर कटौती
कर कटौती के कुछ उदाहरणों में शामिल हैं:
- सेक्शन 80C के तहत विशिष्ट निवेश, जैसे पब्लिक प्रोविडेंट फंड, नेशनल सेविंग्स
- सर्टिफिकेट और लाइफ इंश्योरेंस के लिए प्रीमियम
- सेक्शन 80D के तहत हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम का भुगतान
- सेक्शन 80G के तहत किया गया विशेष दान
- सेक्शन 80TTA के अनुसार, आपके बचत खाते की राशि पर प्राप्त ब्याज
कर में छूट
कर छूट के कुछ उदाहरणों में शामिल हैं:
- मकान किराया भत्ता (HRA)
- अवकाश यात्रा भत्ता (LTA)
- कृषि आय
- इक्विटी फंड पर लॉन्ग टर्म पूंजीगत लाभ, 1 लाख रु. तक।
तो, आइये देखें कि कर कटौती, कर छूट से किस प्रकार भिन्न है? ये दोनों प्रावधान आपको टैक्स लाभ देते हैं। इसे जानने से आपको कर योजना और निवेश योजना के दौरान अधिक जानकारीपूर्ण निर्णय लेने में मदद मिलती है।